01 Oct, 2023 | By : Rosemine
एलएलबी क्या है? एलएलबी, जिसे बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ के नाम से भी जाना जाता है, एक 3 साल या 5 साल की अवधि का अंडरग्रैजुएट लॉ प्रोग्राम है जिसकी पढ़ाई क्रमशः स्नातक और 10 + 2 के बाद की जा सकती है। बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ असल में विधि (लॉ) का एक बुनियादी पाठ्यक्रम है जिसमें छात्रों को पेशे में अपनाई जाने वाली कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में पढ़ाया जाता है। पाठ्यक्रम छात्र को कानूनी मामलों की तार्किक, विश्लेषणात्मक और समालोचनात्मक समझ विकसित करने में मदद करता है और समाज के विधिक, सामाजिक और कानूनी मुद्दों को हल करने के लिए इन कौशलों का उपयोग कैसे करें, इसकी जानकारी दी जाती है।
अंग्रेजी में प्रयोग होने वाला एलएलबी शब्द प्रचलित शब्द है। लेकिन एलएलबी की फुल फॉर्म के बारे में कई लोगों को जानकारी नहीं है। लोग अक्सर एलएलबी की फुल फॉर्म क्या होती है। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए गूगल पर सर्च करते रहते हैं। एलएलबी फुल फॉर्म की बात की जाए तो एलएलबी की फुल फॉर्म बैचलर ऑफ लॉ (Bachelor of law) होता है।
विद्यार्थियों के मन में एलएलबी कोर्स करने से पहले भी कई सवाल पैदा होते हैं, कि एलएलबी कोर्स कितने प्रकार का होता है। कौन सा कोर्स करना सही रहता है, तो आपको बताना चाहेंगे कि एलएलबी कोर्स दो तरह का होता है। एक 5 साल की अवधि के लिए विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध करवाए जाने वाला एलएलबी कोर्स है और दूसरा 3 साल की अवधि के लिए उपलब्ध होने वाला कोर्स है।
यदि कोई विद्यार्थी 12वीं कक्षा पास करने के बाद सीधा एलएलबी की डिग्री लेने के लिए एलएलबी कॉलेज में एडमिशन ले लेता है, तो उस विद्यार्थी को 5 साल वाले एलएलबी कोर्स को करना होता है। यानी कि विद्यार्थी को 5 साल में कुल 10 सेमेस्टर की पढ़ाई करते हुए एलएलबी का सर्टिफिकेट हासिल करना होगा।
लेकिन यदि कोई विद्यार्थी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के बाद एलएलबी के लिए अपना आवेदन लगाता है तो ऐसे में विद्यार्थी के लिए 3 साल की अवधि वाला कोर्स उपलब्ध करवाया जाता है।
अगर आप वकील बनना चाहते हो तो, वकील बनने के लिए हमें कई रिक्वायरमेंट को पूरा करना होता है, क्योंकि वकील बनना आसान काम नहीं होता है। वकील बनने के लिए हमें बहुत ही ज्यादा मेहनत करना होता है, ऐसे में हम आप सभी लोगों के लिए वकील बनने की योग्यता के बारे में बताने वाले हैं जो कि आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से समझ सकते हो ऐसे में आप हमारे द्वारा दी गई जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ें, किसी भी जानकारी को मिस करने की कोशिश बिल्कुल भी ना करें।
Corporate Law: इसके अंतर्गत कॉर्पोरेट के क्षेत्र में होने वाले अपराधों के लिए नियम और कानून की पढ़ाई की जाती है। कॉर्पोरेट लॉ से व्यासायिक क्षेत्र में होने वाले अपराधों को रोकने के लिए तथा वित्त परियोजना, टैक्स लाइसेंस और संयुक्त स्टॉक से संबंधित काम किए जाते हैं।
Criminal Law: फौजदारी कानून (आपराधिक विधि) सबसे लोकप्रिय कोर्स है। साथ ही, यह सबसे मुख्य कानून होता है। इस कानून की पढ़ाई सभी students को करनी होती है क्योंकि लॉ की पढ़ाई से ही कानून और अपराध को रोकने की जानकारी प्राप्त होती है।
Patent Attorney: इसमें कोई प्रतिनिधि या व्यक्ति किसी वस्तु पर अपना पूर्ण अधिकार रखता है तो उनकी मर्जी के बिना कोई अन्य व्यक्ति उस अधिकार का प्रयोग नहीं कर सकता है।
Cyber Law: आज के समय में साइबर क्राइम सबसे ज्यादा बढ़ गया है। इस कानून में साइबर क्राइम से जुड़े मुद्दों पर क़ानूनी कारवाई कैसे करें यह सब सिखाया जाता है। जैसे, साइबर क्राइम से कैसे निपटा जाए और उनके लिए सजा का क्या प्रावधान होता है।
Family Law: यह नियम महिलाओं के लिए उपयुक्त होता है इस Law के अंतर्गत तलाक, गोद लेने, शादी, पर्सनल लॉ तथा सभी तरह के पारिवारिक मामले आते है। पारिवार के मामलों को सुलझाने के लिए हर राज्य के सभी जिलों में परिवार न्यायालय की स्थापना की गई है।
Tax Law: इसके अंतर्गत सभी प्रकार के टैक्स जैसे, Sale tax, Service tax आदि से संबंधित समस्या का समाधान किया जाता है।
Banking Law: इसमें लोन, लोन रिकवरी, बैंकिंग विशेषज्ञ आदि से सम्बन्धित कार्यों का समाधान किया जाता है। एलएलबी पाठ्यक्रम के इस विषय में बैंकिंग और उससे सबंधित नियम और कानून का अध्ययन करवाया जाता है।
LLB में पढ़ाये जाने वाले विषय जो आपके अध्ययन के लिए आवश्यक है नीचे दिए गए हैं-
एल.एल.बी प्रथम सेमेस्टर
एल.एल.बी द्वितीय सेमेस्टर
एल.एल.बी तृतीय सेमेस्टर
एल.एल.बी चतुर्थ सेमेस्टर
एल.एल.बी पंचम सेमेस्टर
एल.एल.बी षष्ट सेमेस्टर
अगर आप यह जानना चाहते हो कि एलएलबी कोर्स की फीस कितनी होती है, तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि हर एक कॉलेज में एलएलबी कोर्स की फीस अलग-अलग तरीके से ली जाती हैं, अगर आप प्राइवेट कॉलेज में एलएलबी कोर्स करते हो, तो ऐसे में आपकी फीस बहुत ही अधिक पैसे लग जाते हैं, वही आप सरकारी कॉलेज में एलएलबी कोर्स को करते हो तो, ऐसे में आपकी फीस बहुत ही कम लगती है।
अगर आप प्राइवेट कॉलेज से एलएलबी कोर्स करते हो तो, ऐसे में आपकी फीस कम से कम 300000 से लेकर ₹400000 बहुत ही आसानी से लग जाते हैं, वही आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन कराना चाहते हो तो सरकारी कॉलेज में एलएलबी कोर्स की फीस लगभग 90000 से लेकर ₹200000 होती है।
उत्तर: सरकारी कॉलेज में llb कोर्स ki fees ₹1लाख-₹2लाख तक होती है जबकि प्राइवेट कॉलेज में एलएलबी कोर्स की फीस ₹3लाख- ₹6लाख तक हो सकती है।
उत्तर: एलएलबी में यह निम्नलिखित सब्जेक्ट होते हैं
क्रिमिनल लॉ (Criminal Law)
साइबर लॉ (Cyber Law)
बैंकिंग लॉ (Banking Law)
कॉरपोरेट लॉ (Corporate Law)
टेक्स लॉ (Tex Law)
फैमिली लॉ (Family Law)
पेटेंट अटॉर्नी (Patent Attorney)
उत्तर: बीसीआई के नियमों के मुताबिक पांच वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अधिकतम आयु 20 वर्ष और तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष निर्धारित की गई है।
उत्तर: 12वीं के बाद एलएलबी करने और ग्रेजुएशन के बाद एलएलबी करने में बस इतना ही फर्क है कि 12वीं के बाद पास होती है और ग्रेजुएशन के बाद 3 साल का कोर्स करना होता है।
उत्तर: LLB कोर्स दो तरह के होते है : एक होता है 5 साल का कोर्स और दूसरा होता है 3 साल का कोर्स अगर आप 12वीं पास करने के बाद सीधा लॉ की पढाई करना चाहते है तो इसके लिए आपको 5 साल पढना होगा।
जी हाँ, आप 12th पास करने के बाद LLB की पढाई कर सकते है। 12th कक्षा के बाद LLB के कोर्स की अवधि 5 वर्ष होती है। जिसे करने के लिए आपके 12th में कम से कम 45% अंक होना अनिवार्य है। अगर आप LLB की पढाई Graduation के बाद करते है, तो यह पढाई आपके लिए 3 वर्ष की होती है।
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