04 Oct, 2023 | By : Rosemine
मानव हृदय हमारे शरीर के सबसे जटिल भागों में से एक है। हृदय रोग विशेषज्ञ वे लोग हैं जो मानव हृदय के विज्ञान और विकारों का पता लगाते हैं। हृदय की विभिन्न स्थितियों जैसे कोरोनरी धमनी रोग, हृदय विफलता, जन्मजात हृदय दोष, वाल्वुलर रोग, इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी, आदि के निदान और उसके बाद के उपचार से संबंधित, कार्डियोलॉजी आंतरिक चिकित्सा की एक चिकित्सा शाखा है। भारत के साथ-साथ विदेशों में भी बीएससी कार्डियोलॉजी सबसे लोकप्रिय कोर्स में से एक है और इसमें काफी स्कोप भी है। भारत में बीएससी कार्डियक केयर टेक्नोलॉजी वेतन के बारे में जानने के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
3 साल की स्नातक डिग्री बीएससी कार्डियोलॉजी मेडिसिन में संबद्ध विशेषज्ञता की डिग्री है। यह छात्रों को कार्डियोवैस्कुलर परीक्षण के दौरान डॉक्टरों की सहायता के लिए कार्डियोवैस्कुलर प्रौद्योगिकियों और उपकरणों को संचालित करने के लिए तैयार करता है और इसे बीएससी कार्डियक टेक्नोलॉजी के रूप में भी पेश किया जाता है। इसलिए आप कई तरीकों से एक डॉक्टर की मदद करेंगे, हालांकि आप ऐसे कार्य करेंगे जिनके लिए व्यापक चिकित्सा प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं है।
एक कार्डियोलॉजी तकनीशियन के रूप में, आप परीक्षणों का विश्लेषण संभालेंगे और मेडिकल रिपोर्ट पर काम करेंगे। बीएससी कार्डियोलॉजी आपको इसमें तैयार करती है:
अगर आप यह कोर्स करने की इच्छा रखते हैं तो आपके सबसे पहले नीचे बताए गई योग्यताओं को पूरा करना होगा। इन योग्यताओं को पूरा करने वाले विद्यार्थी, इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।
Cardiac Care Technology जो होता है वह दो लेवल का कोर्स होता है (1) Diploma (2) B.sc level का, जो डिप्लोमा लेवल का कोर्स होता है उसे Diploma in Cardiac Care Technology (DCCT) कहते है और बीएससी लेवल कोर्स को Bachelor in Cardiac Care Technology (BCCT) कहते है।
Here is an overview of BSc Cardiology syllabus and subjects for 2022:
BSc Cardiology First Year Syllabus
BSc Cardiology Second Year Syllabus
BSc Cardiology Third Year Syllabus
NEET : यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। कुछ कॉलेज ऐसे हैं जिनमें एडमिशन लेने के लिए आपको 12th ke Baad NEET Exam पास करना होता है। Cardiology Course करने के लिए आप यह परीक्षा पास करके अच्छे संस्थानों में प्रवेश पा सकते हैं।
सरकारी और निजी दोनों ही संस्थान यह कोर्स उपलब्ध कराते हैं। आज हम आपको इंडिया में मौजूद ऐसे टॉप निजी और सरकारी कॉलेजेस एवं यूनिवर्सिटी के नाम बताएंगे जिनमें आप एडमिशन लेकर बीएससी कार्डियोलॉजी कोर्स पूरा कर सकते हैं।
फीस की हम बात करे तो डिप्लोमा कोर्स 2 साल का होता है जिसकी फीस 10 हजार से लेकर 1 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है और BSc Cardiovascular Technology Course की बात करे तो यह 3-4 साल का कोर्स होता है और इसकी फीस 10,000 से 3 लाख हो सकती है वह डिपेन्ड करता है प्राइवेट और गवर्नमेंट कॉलेज पर अगर आप किसी Government Collage कोर्स करते है तो आपकी फीस बहोत ही कम होगी और वही आप किसी Private Collage से यह Course करते है तो वह पर आपकी फीस थोड़ी ज्यादा होगी।
कार्डियोलॉजी से बीएससी करके आपको, बहुत सारे अलग अलग क्षेत्रों में काम करने का मौक़ा मिलता है। यहाँ आपको सैलरी भी बहुत अच्छी मिल जाती है और आपकी स्किल्स के अनुसार काम भी मिलता है।
आप Government और Private Hospital एवं Nursing Home में जॉब कर सकते हैं। अगर आप BSC करने के बाद मास्टर्स की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं तो आप और भी उच्च पद प्राप्त कर सकते हैं। यह कोर्स पूर्ण करके आपको निम्नलिखित पदों पर नौकरी करने के अवसर मिलते हैं:
कार्डियक तकनीशियन कोर्स करने के बाद हमें शुरुआत में Minimum Salary 20,000/- से 25,000 हजार रुपये महीने तक मिलती है डिपेंड करता है की हमें कितने साल का Experience है और हम किस Organization में होते है। जो ऑर्गेनाइज़ेशन और हॉस्पिटल जितना बड़ा होगा जिसकी जितनी कैपेसिटी होगी इनकम की उसके हिसाब से हमें सैलरी भी मिलती है।
कार्डियक टेक्नीशियन ऐसे ट्रेंड प्रोफेशनल्स होते हैं जो हृदय रोग से संबंधित विभिन्न उपकरणों के संचालन का ज्ञान रखते हैं। इनका काम, हार्ट ट्रीटमेंट के दौरान कार्डियोलॉजिस्ट की मदद करना होता है। हृदय से संबंधित सभी टेस्ट करना इनका काम होता है।
BSC in Cardiology, एक स्नातक कोर्स है। जिसे पूरा करने में तीन वर्ष का समय लगता है। बारहवीं साइंस स्ट्रीम से पास करने के बाद कोई भी छात्र इसमें एडमिशन ले सकता है और एक सफल कार्डियक टेक्नीशियन बन सकता है।
अगर अपने नीट की परीक्षा पास कर ली है तो आपको किसी भी कॉलेज में एडमिशन आसानी से मिल जाता है। लेकिन कार्डियोलॉजी के लिए नीट परीक्षा पास करनी ही होगी, ऐसा बिल्कुल भी ज़रूरी नहीं है।
आप अन्य एंट्रेंस एग्जाम देकर भी एडमिशन ले सकते है या फिर 12th में मेरिट के बेस पर यह कोर्स कर सकते हैं।
अगर आप कार्डियक केयर टेक्नीशियन बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 10+2, साइंस स्ट्रीम से पास करना होगा जिसमें आपको कम से कम 50% अंक लाना अनिवार्य है।
इसके बाद आप बीएससी कार्डियोलॉजी कोर्स कर सकते हैं। इसके बाद आपको 6 Months का इंटर्नशिप करना होगा, फिर आप किसी भी हॉस्पिटल में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
आज आपने इस लेख में BSC Cardiology Course Details in Hindi के बारे में जाना कि किस तरह आप यह कोर्स करके अलग अलग क्षेत्रों में जॉब प्राप्त कर सकते हैं।
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