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 25 Sep, 2023 | By : Rosemine

Marine Engineering Course Kya Hai

Marine engineering Course kya hai – Marine engineering Course kaise kare , salary , jobs , fees , degree .

 

महासागर को नेविगेट करने के लिए आवश्यक तकनीक और उपकरण बनाना एक महत्वपूर्ण कार्य है। मरीन इंजीनियर अपने मैकेनिक्स और फिजिक्स के ज्ञान का उपयोग आवश्यक बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए करते हैं, जो पानी में सफलतापूर्वक कार्य कर सकते हैं। यदि आप मरीन टेक्नोलॉजी में रुचि रखते हैं और बड़े पैमाने पर टेक्निकल प्रॉब्लम्स को हल करना पसंद करते हैं, तो मरीन इंजीनियर बनना आपके लिए सही करियर डिसीजन हो सकता है।

 

Marine Engineering Course Kaise Kre

 

क्‍या है मरीन इंजीनियरिंग (What is Marine Engineering)

मरीन इंजीनियर का कार्य जलपोतों निर्माण, रख-रखाव और इंस्टॉलेशन से जुड़ा होता है। इन दिनों जहाज भी मॉडर्न टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट से लैस रहने लगे हैं, जिन्हें हैंडल करने के लिए मरीन इंजीनियर्स की जरूरत पड़ती है। किसी शिप का चीफ मरीन इंजीनियर ही उस शिप और उसके कार्गो का इंचार्ज होता है। मरीन इंजीनियरिंग के तहत समुद्रों और तटीय इलाकों मे शोध भी किया जाता है। जहाज़ों के टेक्निकल मैनेजमेंट की सारी जिम्मेदारी मरीन इंजीनियर पर होती है जहाज के लिए डीजल इंजन स्टीम टरबाइन, गैस टरबाइन जैसे मशीनरी का चुनाव और मैकेनिक इलेक्टरीड फ्लूइड आर कंट्रोल सिस्टम (mechanic electried fluid are Control System) का डिजाइन भी मरीन इंजीनियर ही तैयार करते है।

 

कोर्स एवं योग्यता (Courses & Qualifications)

मरीन इंजीनियरिंग के अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स में कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास होना जरूरी है। वहीं उम्र किसी भी सत्र के अगस्त तक 17 से 25 साल के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा उन्हीं छात्रों को एडमिशन लेने का अवसर मिलता है, जिन्होंने आई.एम.यू (IMU) द्वारा आयोजित कॉमन एंट्रेंस टैस्ट की परीक्षा उत्तीर्ण की हो।

 

मरीन इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक कौशल

मरीन इंजीनियरिंग क्षेत्र में सफल होने के लिए, आपके पास कई दक्षताओं में उन्नत ज्ञान और कौशल होना आवश्यक है। मरीन इंजीनियरों के लिए कुछ सबसे महत्वपूर्ण कौशल हैं:

  • रचनात्मकता: मरीन इंजीनियर स्पेसिफिक ऑपरेटिंग आवश्यकताओं को पूरा करने वाले कार्यात्मक जहाज डिजाइन और उपकरण विकसित करने के लिए रचनात्मकता का उपयोग करते हैं। अतः मरीन इंजीनियर बनने के इच्छुक छात्रों को क्रिएटिव अर्थात् रचनात्मक होने की आवश्यकता होती है।
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग: टेस्टिंग और ट्रबलशूटिंग एक मरीन इंजीनियर की नौकरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके लिए उन्हें उन्नत प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स की आवश्यकता होती है।
  • गणितीय क्षमता: गणितीय समीकरणों को जल्दी से हल करने और एक डिजाइन के लिए सही अनुपात निर्धारित करने में सक्षम होने से मरीन इंजीनियरों को संरचनात्मक रूप से जहाजों को विकसित करने में मदद मिलती है।
  • संगठन: एक प्रोजेक्ट के दौरान, मरीन इंजीनियरों को पूरी तरह से काम करने वाले जहाज के विकास में शामिल प्रत्येक घटक और पहलू को व्यवस्थित और समन्वयित करना होता है।
  • संचार: मरीन इंजीनियर अन्य इंजीनियरों, डिजाइनरों, निर्माण पेशेवरों और ग्राहकों के साथ मिलकर काम करते हैं। इसके लिए उन्हें उत्कृष्ट कम्युनिकेटर होने की आवश्यकता है।

Career After 12th: 12वीं के बाद मरीन इंजीनियर के कोर्स के लिए आप अप्लाई कर सकते हैं. इस फील्ड की लगातार मांग बढ़ रही है. मरीन इंजीनियरिंग में दूसरे देशों से सामान का लेन देन यानी कि इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट शामिल होता है. जिससे देश की अर्थव्यवस्था अच्छे तरीके से चलती रहे और यह सब मुमकिन हो पाता है जलपोतों और बंदरगाहों से सामान की लेन देन के जरिये. इन बंदरगाहों और जलपोतों को मरीन इंजीनियर बनाते हैं. बंदरगाहों, जलपोतों और समुद्री जहाज बनाने और समुद्र से तेल निकालने वाले उपकरणों को बनाने की मरीन इंजीनियर को ज़िम्मेदारी दी जाती है.  

12वीं के बाद कर सकते हैं अप्लाई

वैसे इस कोर्स के बारे में अभी ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं हैं. इस फील्ड में आप बहुत अच्छा करियर बना सकते हैं. अभ्यर्थी इस कोर्स के लिए 12 वीं क्लास के बाद अप्लाई कर सकते हैं. मरीन इंजीनियर बनने के लिए अभ्यर्थी को किसी भी स्ट्रीम से 12वीं क्लास पास करनी होगी जिसके बाद अभ्यर्थी किसी भी मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट या कॉलेज से मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स कर डिग्री ले सकते हैं. आपको बता दें कि इस फील्ड में वही लोग जा सकते हैं. जिनको समुद्री वातावरण से कोई आपत्ति नहीं और समुद्र में काम करने की हिम्मत हो.

 

मरीन इंजीनियरिंग सिलेबस

नीचे प्रमुख विषय उल्लेख किए गए हैं जो आपको समुद्री इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए मिल सकते हैं- 

  • इंजीनियरिंग मैकेनिक्स
  • अप्लाइड मैकेनिक्स लबोरट्री
  • वर्कशॉप टेक्नोलॉजी
  • फ्लूइड मैकेनिक्स
  • हीट एंड केमिकल लबोरट्री
  • मैटेरियल्स साइंस लैब
  • एडवांस्ड मरीन कंट्रोल इंजीनियरिंग एंड ऑटोमेशन
  • मरीन स्टीम इंजीनियरिंग
  • एडवांस्ड मरीन टेक्नोलॉजी
  • शिप ऑपरेशन्स एंड मैनेजमेंट
  • कंस्ट्रक्शन, प्लानिंग, ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट ऑफ़ पोर्ट्स
  • मरीन जियोटेक्नीकल इंजीनियरिंग
  • पोर्ट प्लानिंग और ड्रेजिंग

 

Marine engineering colleges in india

दोस्तों अब मैं आपको कुछ best मरीन इंजीनियरिंग कॉलेजेस (marine engineering college) का लिस्ट दे रहा हूं। जहां से आप मरीन इंजीनियरिंग(marine engineering) कर सकते हैं।

यह कॉलेजेस india में सबसे best college हैं।

  1. Indian Maritime university Kolkata
  2. Indian Maritime University Chennai
  3. Anglo Eastern
  4. IIT Madras
  5. international Maritime Institute
  6. Tolani Maritime Institute
  7. Indian Maritime University Mumbai
  8. Hindustan Institute of maritime training
  9. Coimbatore Marine College
  10. Samundra Institute of maritime studies
  11. Vels Academy of maritime studies
  12. Indian Institute of Port management Kolkata

 

शुल्क संरचना

मरीन इंजीनियरिंग में बी.टेक की ट्यूशन फीस विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न हो सकती है। फीस विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचे और उपकरणों के आधार पर भिन्न होती है। औसत पाठ्यक्रम शुल्क 4 रुपये से लेकर एलपीए 10 तक है। छात्र सेमेस्टर शुल्क का भुगतान कर सकते हैं, जो कुछ मामलों में वार्षिक होना चाहिए।

कॉलेज का नाम औसत वार्षिक शुल्क
भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय INR 8.8 एलपीए
प्रौद्योगिकी एवं समुद्री इंजीनियरिंग संस्थान (आईटीएमई) INR 9 एलपीए
महाराष्ट्र नौसेना शिक्षा एवं प्रशिक्षण अकादमी (एमएएनईटी) INR 13.1 एलपीए
तोलानी समुद्री संस्थान INR 16.1 एलपीए

 

जॉब प्रोफ़ाइल

मरीन इंजीनियरिंग डिग्री में बी.टेक के सफल स्नातकों के लिए खुले कुछ प्रसिद्ध विशेषज्ञ रास्ते संबंधित पदों के लिए प्रदान किए गए संबंधित वेतन के साथ नीचे सूचीबद्ध हैं।

जॉब        प्रोफ़ाइल नौकरी का विवरण औसत वेतन INR में
समुद्री इंजीनियर समुद्री इंजीनियर और नौसेना आर्किटेक्ट समुद्री उपकरणों और उपकरणों का लेआउट और परीक्षण, स्थापना और मरम्मत की देखरेख करते हैं। समुद्री इंजीनियर और आर्किटेक्ट आम तौर पर कार्यालयों में काम करते हैं, जहां उनके पास कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम और कार्यों को पढ़ने और समाधान डिजाइन करने के लिए आवश्यक विभिन्न उपकरणों तक पहुंच होती है। INR 7,00,000
बंदरगाह प्रबंधक पोर्ट प्रबंधक आपके लिए उपयोगी संसाधन उपयोग को अनुकूलित करने, शुल्क को सीमित करने और प्रथम श्रेणी के मानकों को संरक्षित करने के लिए पोर्ट टर्मिनल पर संचालन की योजना बनाने, प्रशासन और समीक्षा करने के लिए जिम्मेदार हैं। INR 8,40,000
जहाज प्रबंधक शिपिंग मैनेजर कई जिम्मेदारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं जिनमें पैकेजिंग, शिपिंग के लिए सामग्री की पुष्टि करना, पैकेज प्राप्त करना, आपूर्ति का ऑर्डर देना, कर्मचारियों की देखभाल करना और संभालना शामिल है। उनका मुख्य उद्देश्य आमतौर पर समय पर, सही और स्थिर डिलीवरी और वितरण सुनिश्चित करना है INR 5,90,000
रखरखाव अभियान्ता रखरखाव इंजीनियरों के कार्यों में मशीनरी, उपकरण, संरचनाओं और बुनियादी ढांचे की जांच, मरम्मत और सर्विसिंग शामिल है। वे सुनिश्चित करते हैं कि व्यावसायिक उपकरण और सिस्टम आसानी से और विश्वसनीय रूप से चलें। INR 3,00,000
समुद्री सर्वेक्षक समुद्री सर्वेक्षक समुद्री जहाजों की जांच के लिए उत्तरदायी होते हैं, जो सुरक्षा, उच्च-संतोषजनक और यह सुनिश्चित करने में विशेषज्ञ होते हैं कि जहाज उद्यम आवश्यकताओं और विनिर्देश आवश्यकताओं का पालन करते हैं। 3,60,000 रुपये

 

करियर की संभावना (Career Prospect)

मरीन इंजीनियरिंग में आज करियर के बहुत से विकल्प मौजूद हैं। इस क्षेत्र मे छात्र केवल मरीन इंजीनियरिंग और नेवल आर्किटेक्ट तक ही सीमित नहीं है। मरीन इंजीनियर को डिज़ाइनिंग रिसर्च और कंसल्टेंसी से जुड़े क्षेत्रों में कार्य करने के लिए भी रखा जाता है। कोर्स पूरा करने के बाद आप इंडियन नेवी, मर्चेंट नेवी, जहाज निर्माण कंपनी, जहाजों का निरीक्षण करने वाली कंपनियों में नौकरी कर सकते हैं। साथ ही आप शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में भी काम करने का मौका पा सकते हैं। अगर आप विदेश में नौकरी करना चाहते हैं, तो कई इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन में काम कर सकते हैं।

 

Marine engineer salary (Marine engineer merchant navy salary)

मरीन इंजीनियर में अलग-अलग पद होते है और पदों अनुसार इनकी सैलरी होती है।

  • जैसे कि जूनियर इंजीनियर की सैलरी 25000 से लेकर ₹30000 तक होती है,
  • जबकि चीफ इंजीनियर की सैलरी 500000 से लेकर ₹1000000 प्रति माह होती है।
  • इसके अलावा अगर आप 6 महीने का voyage करते हैं तो आपको एक भारत में टैक्स नहीं देना होता, क्योंकि उस वक्त आपको NRI तौर पर रखा जाता है।
  • इसके अलावा अन्य सुविधाएं जैसे मेडिकल इंश्योरेंस इत्यादि की सुविधाएं मिलती हैं।

 

FAQs

मरीन इंजीनियर किसे कहते हैं?

एक मरीन इंजीनियर एक प्रकार का मैकेनिकल इंजीनियर होता है, जो जहाजों, नावों, पनडुब्बियों और अन्य जलयानों को डिजाइन करता है। वे समुद्री यात्रा और अन्य समुद्री गतिविधियों से संबंधित अन्य संरचनाएं, मशीनें और तकनीकी उपकरण भी बनाते हैं। मरीन इंजीनियर फ्लूइड मैकेनिक्स, हाइड्रोलिक्स और अन्य कॉन्सेप्ट्स की अपनी जटिल समझ के जरिए इच्छित उद्देश्यों के आधार पर टिकाऊ जल जहाजों की डिजाइनिंग और निर्माण का कार्य करते हैं।  वे एक जहाज को उसके डेस्टीनेशन तक सफलतापूर्वक गाइड करने और पानी में बाधाओं को दूर करने के लिए विद्युत, स्टीयरिंग, जलवायु नियंत्रण, रडार और इंजन सिस्टम को मिलाते हैं।

 

मरीन इंजीनियर क्या करते हैं?

प्रारंभिक ब्लूप्रिंट डिजाइन से लेकर जहाज के रखरखाव तक, मरीन इंजीनियर एक समुद्री जहाज बनाने की पूरी प्रक्रिया में शामिल होते हैं। वे एक नए प्रोजेक्ट के लिए स्पेसिफिकेशंस को निर्धारित करने और जलीय वातावरण में लॉन्च के लिए परीक्षण करने के लिए अन्य इंजीनियरों और नौसेना तकनीशियनों का सहयोग करते हैं। 

 

मरीन इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?

मरीन इंजीनियरिंग में जिस तरह जॉब्‍स की भरपूर संभावनाएं है, उसी तरह इस फील्‍ड में इंजीनियरों को अच्‍छी सैलरी भी मिलती है। एक मरीन इंजीनियर को शुरुआती तौर पर 40 से 50 हजार रूपये प्रति माह तक मिल जाते हैं, वहीं अनुभव और ज्ञान बढ़ने के बाद इंजीनियर की सैलरी कुछ वर्षों के अंदर ही लाखों में पहुंच जाती है।

 

क्या मरीन इंजीनियरिंग के लिए कोई शॉर्ट टर्म कोर्स उपलब्ध है?

मरीन इंजीनियरिंग में शॉर्ट टर्म डिप्लोमा कोर्सेज उपलब्ध हैं, जो इस प्रकार हैं–
– Diploma in Marine Geomatics
– Diploma in Marine Engineering Technology

 

Is a marine engineer a good career?

Employment of marine engineers and naval architects is projected to grow 4 percent from 2021 to 2031, about as fast as the average for all occupations. About 400 openings for marine engineers and naval architects are projected each year, on average, over the decade.

 

What can I do after 12th in marine engineering?

Diploma in Nautical Science, Diploma in Marine Engineering, B. Tech in Marine Engineering, B.Sc Maritime Science, B.Sc in Ship Building and Repair, and BBA in Shipping Management are some of the best marine engineering courses after completing Class 12.


Is marine engineering a high paid job?

Marine Engineer salary in India ranges between ₹ 1.0 Lakhs to ₹ 24.0 Lakhs with an average annual salary of ₹ 7.0 Lakhs. Salary estimates are based on 406 latest salaries received from Marine Engineers.

 

क्या मरीन इंजीनियर एक अच्छा करियर है?

मरीन इंजीनियरिंग पेशे का अपना आकर्षण है। इसमें देश-विदेश में घूमने की सहूलियत और इंजीनियरिंग की दूसरी ब्रांचेस के मुकाबले अच्छी तनख्वाह और बहुत अच्छी जि़ंदगी मिलती है। 

 

Marine Engineering Course Kya Hai - Rosemine Educational Trust Patna

 

मुझे उम्मीद है कि मैं इन सारे सवालों का जवाब इसका से दे पाया हूं अगर फिर भी आपके मन में कोई भी प्रश्न तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं। आपका हमारा आर्टिकल कैसा लगता है यह भी आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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