02 Oct, 2023 | By : Rosemine
नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट (Occupational Therapist) कैसे बनें? आज के समय में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम नहीं होते हैं और ऐसे लोगों को ठीक करने का काम करना अगर आपको अच्छा लगता है तो आप ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बन सकते हैं।
यहां बता दें कि इस फील्ड में आज के अधिकतर युवा 12वीं के बाद अपना कैरियर बनाना पसंद करते हैं। तो अगर आप भी एक ऐसे छात्र हैं जो इस क्षेत्र में काम करने के इच्छुक हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और जानें ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में।
यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जो शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग लोगों की सहायता करता है जिससे कि वह एक नॉर्मल जिंदगी जी सकें। बता दें कि इसके लिए वे विभिन्न प्रकार की थैरेपीज का प्रयोग करते हैं जिससे कि पेशेंट आम लोगों की तरह अपना जीवन व्यतीत कर सकें।
आज के समय में इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की संख्या काफी तेजी के साथ वृद्धि कर रही है जिसके अंतर्गत काबिल प्रोफेशनल थैरेपिस्ट देश के अनेकों प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में काम करते हैं।
OT course details in hindi के इस ब्लॉग के अनुसार OT कोर्स क्यों करे इसके बारे में आपको जानने को मिलेगा जो कि निम्नलिखित हैं-
OT कोर्स करने के लिए आप में नीचे दी गयी स्किल्स का होना आवश्यक है जो कि आप ot course details in hindi के इस ब्लॉग में पढ़ पाएंगे-
• BOT कोर्स में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, केमिस्ट्री . और बायोलॉजी लेकर 10+2 या इसके समकक्ष कोई कोर्स पूरा करना होगा न्यूनतम 45 प्रतिशत नंबर के साथ। आरक्षण वर्ग के उम्मीदवारों के लिए नियमानुसार 5 नंबर की छूट भी दी जाती है।
• BOT करने वाले उम्मीदवारों का न्यूनतम आयु 17 की होनी चाहिए, अगर इससे कम होगा तो योग्य नहीं माना जाएगा। इसके लिए सर्वाधिक आयु की कोई सीमा नहीं है।
ज्यादाता कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लिया जाता है। कुछ कॉलेज में एंट्रेंस इसाक बाद पर्सनल इंटरव्यू भी आयोजित किया जाता है। हालांकि कुछ कॉलेज में डायरेक्ट एडमिशन का भी सुविधा उपलब्ध रहती है।
OT कोर्स करने के लिए निम्नलिखित प्रवेश परीक्षाएं हैं जिन्हे आप ot course details in hindi के ब्लॉग पर पढ़ सकते हैं-
BOT कोर्स की फीस कॉलेज के ऊपर निर्भर करती है; यदि सरकारी कॉलेज होती है तो कोर्स फीस कम देनी पड़ती है परंतु प्राइवेट कॉलेज में कोई निर्धारित कोर्स फीस स्ट्रक्चर नहीं होता, सब अपने रेपुटेशन के हिसाब से कोर्स फीस लेते है।
BOT कोर्स के लिए यदि सरकारी कॉलेज की फीस देखा तो आमतौर प्रति वर्ष ₹5,000 से ₹10,000 के बीच होती है। और प्राइवेट कॉलेज में यह राशि हर साल ₹50,000 से ₹1,00,000 तक हो जाता है।
OT कोर्स करने के बाद ot course details in hindi के अनुसार निम्नलिखित करियर स्कोप है-
OT कोर्स करने के बाद ot course details in hindi के ब्लॉग पर आप निम्नलिखित जॉब्स एंड सैलरी देख सकते हैं-
जॉब प्रोफाइल्स | औसतन सालाना सैलरी (INR) |
नर्स | 1.2-8.6 लाख |
ओटी तकनीशियन | 1.8-3 लाख |
सहयोगी सलाहकार | 2-6 लाख |
एनेस्थिसियोलॉजी सलाहकार | 2-11 लाख |
प्रयोगशाला तकनीशियन | 1-6 लाख |
OT कोर्स का पूरा नाम Operation Theater Technician होता है। हिंदी में इस कोर्स को “ऑपरेशन थियेटर तकनीशियन” कहते हैं।
नहीं! OT कोर्स डिप्लोमा और ग्रेजुएशन दोनों डिग्री के माध्यम से किया जा सकता है।
OT कोर्स करने के बाद करियर स्कोप निम्नलिखित है-
1. मेडिकल लेबोरेटरी टेक्निशियन/टेक्नोलॉजिस्ट
2. फ़िज़ियोथेरेपिस्ट
3. ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट
4. रिहैबिलिटेशन वर्कर
5. ऑडिओलॉजिस्ट एंड स्पीच थेरेपिस्ट
6. नर्सरी
7. डायग्नोसिस
8. रेडियोग्राफी
9. लेबोरेटरी टेक्निशियन
10. MRI टेक्निशियन
11. नर्सिंग केयर असिस्टेंट
12. रेडियोलोजी असिस्टेंट
13. नर्सिंग असिस्टेंट
14. एम्बुलेंस अटेंडेंट
15. डेंटल असिस्टेंट
16. ऑपरेशन थिएटर असिस्टेंट
भारत में OT कोर्स में डिप्लोमा करने के लिए लगभग ₹5,000 से लेकर 3 लाख तक की फीस लगती है।
भारत में OT कोर्स में डिग्री करने के लिए लगभग ₹10,000 से लेकर 7 लाख तक की फीस लगती है।
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