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 27 Sep, 2023 | By : Rosemine

Radiography course Kya Hai Hindi Main Jane

Radiography Course -  Radiography is the art and science of using radiation to provide images of the tissues, organs, bones, and vessels that comprise the human body. 

विकिरण-चित्रण या रेडियोग्राफी, चिकित्सा प्रतिबिम्बन की वह तकनीक है जो दृष्य-प्रकाश के अतिरिक्त अन्य विद्युतचुम्बकीय विकिरणों का उपयोग करती है। इसमें मुख्यतः एक्स किरणों का उपयोग होता है।

 

Radiography Course In Hindi

 

 

रेडियोलॉजी क्या है?

रेडियोलॉजी चिकित्सा की एक शाखा है जो रोग के निदान और उपचार के लिए इमेजिंग तकनीक का उपयोग करती है। एक्स-रे रेडियोग्राफी, अल्ट्रासाउंड, कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT), पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET), फ्लोरोस्कोपी, और चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (MRI) सहित विभिन्न प्रकार की इमेजिंग तकनीकों का उपयोग रोगों के निदान या उपचार के लिए किया जाता है। रेडियोग्राफर, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा जैसे कुछ देशों में “रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजिस्ट” के रूप में भी जाना जाता है, एक विशेष रूप से प्रशिक्षित स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर है, जो किसी रोग को बताने के लिए तकनीक और पोजिशनिंग तकनीकों का उपयोग करता है।इस लेख में रेडियोग्राफी से जुड़ी 11 महत्वपूर्ण बातें.

1.रेडियोग्राफी से डॉक्टर को अंदरूनी बीमारियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी पाने में मदद होती है.

2. इससे शरीर के अंदरूनी हिस्सों की हाई रिजोल्यूशन तस्वीरे ली जाती हैं, जिससे मरीज की स्पष्ट रिपोर्ट के बारे में जानने में मदद होती है. 

3. रेडियोग्राफी से बीमारियों की जड़ का पता लगाने में मदद होती है. हम सभी जानते हैं कि बिना बिमारी का पता लगाए इलाज संभव नहीं है. यही नहीं समय पर बीमारी का पता लगाने से मरीज की जान को बचाया जा सकता है. 

 

4. दांतों की जांच व दांतों से संबंधित बीमारियों का पता लगाने के लिए भी रेडियोग्राफी एक्स-रे किया जाता है.

5. सर्जरी के बाद यह पता लगाने के लिए कि ऑपरेशन सही हुआ है या नहीं, रेडियोग्राफी एक्स-रे कराया जाता है.

6. आमतौर पर डॉक्टर फ्रैक्चर, हड्डी में किसी तरह की चोट व जोड़ों में असामनता का पता लगाने के लिए हड्डी का एक्स-रे कराते हैं. शरीर के किसी भी हिस्से में हड्डी की तस्वीर निकालने के लिए कम मात्रा में रेडिएशन का इस्तेमाल किया जाता है.  

7. ब्रेस्ट कैंसर व ब्रेस्ट संबंधित परेशानियों का पता लगाने के लिए मैमोग्राफी एक्स रे की मदद से ब्रेस्ट की अंदरूनी तस्वीरें ली जाती हैं. बता दें कि मैमोग्राफी एक रेडियोग्राफी तकनीक है.

8. एमरजेंसी की स्थिति में पेशेंट को जल्दी व सही इलाज देने के लिए भी इस तकनीक का सहारा लिया जाता है. इससे डॉक्टर को मरीज की हालत को लेकर विस्तृत जानकारी हासिल करने में मदद होती जिससे व मरीज का प्रभावी ढंग से इलाज करने में सक्षम होते हैं.

9. रेडियोग्राफी एक तरह की एक्स-रे प्रक्रिया है, जिसमें अन्य एक्स-रे की तरह कुछ जोखिम होते हैं. 

10. रेडियोग्राफी एक्स-रे कराने से कैंसर व आगे चलकर मोतियाबिंद होने का जोखिम होता है. हालांकि, इसकी संभावना बहुत कम होती है. 

11. प्रेग्नेंट महिलाओं में रेडियाग्राफी एक्स-रे से भ्रूण की वृद्धि या विकास में बाधा उत्पन्न हो सकती है.

बीएससी रेडियोग्राफी कोर्स क्यों पढ़ें?

छात्रों द्वारा अपना करियर बनाने के लिए इस विषय क्षेत्र को चुनने के कई कारण हैं। हालाँकि, विषय के कुछ बुनियादी लाभ नीचे सूचीबद्ध किए गए हैं:

  • यह छात्रों को रेडियोग्राफी के क्षेत्र का एक विशेष ज्ञान प्रदान करता है जो शरीर के आंतरिक अंगों की छवियों को बनाने और फिर आंतरिक शरीर के अंगों में पाई जाने वाली बीमारियों के उपचार पर काम करता है।
  • यह छात्रों को डायग्नोस्टिक और चिकित्सीय रेडियोग्राफी का गहन ज्ञान देता है जो कैंसर के इलाज में सहायक होता है।
  • रेडियोग्राफी के क्षेत्र में व्यापक अवसरों और एक अच्छी तरह से सुसज्जित कैरियर की संभावना है।
  • प्रतिष्ठित अस्पतालों में रेडियोग्राफी ग्रेजुएट्स का औसत प्रारंभिक वेतन INR 7,000-12,000 के बीच होता है।
  • छात्र उसी क्षेत्र में अपनी मास्टर डिग्री करना भी जारी रख सकते हैं जो उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि को और बढ़ाएगा और निश्चित रूप से उनके मूल्य को भी बढ़ाएगा।

 

बीएससी रेडियोलॉजी के विषय

भौतिकी, जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान के तत्वों को शामिल करते हुए , बीएससी रेडियोलॉजी में पढ़ाये जाने वाले विषय की सूची नीचे दी गई है:

  • प्रिंसिपल्स ऑफ़ मेडिकल इमेजिंग
  • मेडिकल बायोकेमिस्ट्री
  • रेडियोग्राफिक टेक्निक्स
  • पैरा-क्लीनिक ट्रेनिंग
  • ह्यूमन एनाटोमी
  • रेडिएशन फिज़िक्स
  • रेडियोग्राफिक इक्विपमेंट
  • क्वालिटी कंट्रोल
  • डायग्नोस्टिक रेडियोलॉजी और ड्रग्स
  • कम्युनिटी हैल्थ केयर
  • हैल्थ एंड इंडिजेनस पॉपुलेशन

 

रेडियोग्राफर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?

रेडियोग्राफर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से विज्ञान विषयों के साथ 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए और रेडियो डाइग्नोसिस टेक्नोलॉजी या मेडिकन रेडिएशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दो वर्ष का डिप्लोमा कोर्स किया हुआ होना चाहिए. कुछ संगठनों में रेडियोग्राफी में बैचलर्स डिग्री मांगा जाता है.

 

रेडियोग्राफर के लिए कितनी है आयु सीमा?

रेडियोग्राफर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 27 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में पूर्व कार्य-अनुभव के साथ अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.

 

Radiography कोर्स फीस Fee

रेडियोग्राफी, एक पैरामेडिकल कोर्स उन छात्रों को पेश किया जा रहा है जो विकिरण के तरीकों का उपयोग करके चिकित्सा उपचार में नैदानिक परीक्षणों का अभ्यास करने की इच्छा रखते हैं। बैचलर ऑफ साइंस या बीएससी रेडियोग्राफी 3 साल की अवधि वाला कोर्स है और पूरे पाठ्यक्रम में लगभग 6 सेमेस्टर है। रेडियोग्राफी एक पैरामेडिकल क्षेत्र है जो शरीर के आंतरिक भागों से संबंधित रोगों के उपचार से संबंधित है। इस उपचार की प्रक्रिया में, वे एक्स-रे का उपयोग करते हैं। भारत में औसत पाठ्यक्रम शुल्क सरकारी संस्थानों में INR 2000 और 50,000 के बीच है, हालांकि, यह एक निजी संस्थान में INR 2 और 10 लाख तक हो सकता है, जो पूरी तरह से उस कॉलेज पर निर्भर करता है जिसमें छात्र अध्ययन करना चाहता है।

 

भारत में बीएससी रेडियोलॉजी के लिए टॉप कॉलेज

भारत में बीएससी रेडियोलॉजी या बीएससी रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी की पढ़ाई कराने वाली टॉप कॉलेजों की सूची नीचे दी गई है:

  • डॉ डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, नवी मुंबई
  • सेंट जॉन्स नेशनल एकेडमी ऑफ हेल्थ साइंसेज, बैंगलोर
  • डॉ MGR एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई
  • क्रिश्चियन कॉलेज, बैंगलोर
  • SRMCRI चेन्नई – श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट
  • ब्रेनवेयर यूनिवर्सिटी, कोलकाता
  • एरा यूनिवर्सिटी, लखनऊ
  • एपेक्स यूनिवर्सिटी, जयपुर
  • अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु

 

कितनी मिलती है रेडियोग्राफर को सैलरी?

रेडियोग्राफर के पद पर छठें वेतन आयोग के अनुरूप रु. 5,200-20,200 सैलरी दी जाती है. यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति की जाती है तो रेडियोग्राफर को रु. 25,000-30,000 प्रतिमाह का वेतन दिया जाता है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.

 

रेडियोग्राफर की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?

रेडियोग्राफर का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे अस्पतालों (जैसे-एम्स, ईएसआइसी, आदि), मेडिकल शिक्षा संस्थानों, रक्षा मंत्रालय के अधीन अस्पतालों, रेलवे, कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (जैसे – एनपीसीआइएल), आदि में होता है इसलिए इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.

 

बीएससी रेडियोलॉजी पूरा करने के बाद पीजी कोर्सेज

बीएससी रेडियोलॉजी के बाद कुछ लोकप्रिय पीजी कोर्सेज सूचीबद्ध किए गए हैं:

  • MSc Radiology
  • MSc Medical Radiation Physics
  • PGD in Radiotherapy Technology
  • PGD in X-ray Radiography
  • PGD in Ultra Sonography
  • Master of Magnetic Resonance Technology
  • Master of Radio Pharmaceutical Science
  • Master of Medical Radiation – Nuclear Radiation

 

what Is radiography In Hindi - Rosemine Educational trust

 

मुझे उम्मीद है कि मैं इन सारे सवालों का जवाब इसका से दे पाया हूं अगर फिर भी आपके मन में कोई भी प्रश्न तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं। आपका हमारा आर्टिकल कैसा लगता है यह भी आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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